बवासीर में चावल खाना चाहिए या नहीं और बवासीर का इलाज

नमस्कार दोस्तों हमारे साथ जानिए बवासीर में चावल खाना चाहिए या नहीं हम हमारी इस वेबसाइट में आप सभी पाठकों का स्वागत करतें है। बाबासीर इतनी तखलीफ़ देय और भयानक बीमारी है कि हम चाहेंगे की ये बीमारी कभी भी न किसी को हों.क्योकि जब यह किसी को हुआ होता है तो व्यक्ति न किसी से अच्छे से बात कर सकता है और न ही ठीक से कहीं कोई काम कर सकता है। तो आज हम इस पोस्ट के माध्यम से आपको इसके लिए जो उपाय बताने जा रहे हैं उस उपाय को करने से बबासीर जैसी बीमारियों से आपको छुटकारा मिल जाएगी और यह पता चल जायेगा कि बवासीर में चावल खाना चाहिए या नहीं

बवासीर से लोगों को मल त्यागते समय काफी तखलीफ़ होती है. इसलिए इससे पीड़ित लोंगों को हमेशा ऐसी चीजें खानी चाहिए जिससे उन्हें मल त्यागते समय ज्यादा तखलीफ़ न हों.

और न ही ज्यादा खून आयें न ज्यादा तखलीफ़ हों. आप जब भी कुछ खएं नरम चीज़ खाए या फिर उसमे कुछ तरल पदार्थ मिला कर खाएं.

बवासीर में चावल खाना चाहिए या नहीं
बवासीर में चावल खाना चाहिए या नहीं

बवासीर में चावल खाना चाहिए या नहीं

अब बात आती है बवासीर में चावल खाना चाहिए या नहीं ? तो दोस्तों आप चावल खा सकतें है पर चावल के साथ आप उसमे दल भी मिला कर खाए तो अच्छा होगा इससे आपको मल त्यागते समय ज्यादा तखलीफ़ नहीं होगी. और खून भी आने की कम उम्मीद रहेगी.

इस के रोगियों को अपने आहार में सफेद चावल की जगह ब्राउन राइस का इस्तेमाल करना चाहिए। ब्राउन राइस में मैंगनीज, कार्बोहाइड्रेट, फास्फोरस, आयरन, फाइबर, विटामिन बी6, नियासिन, फैटी एसिड सफेद चावल से दोगुना होता है।

जो पाइल्स की समस्या को कम करने में काफी मदद करता है। इसके साथ ही इस में भी शाली और साथी का सेवन करना भी फायदेमंद होता है।

बवासीर होने पर लोंगो को अपने आहार में साबुत अनाज जैसे कि ब्राउन राइस, ओट्स, साबुत गेहूं जैसे खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए। साबुत अनाज में फाइबर की मात्रा अधिक पायें जाने के कारण यह आसानी से पेट में पच जाता है। इसकी वजह से होने वाला दर्द में काफी कमी पाई जाती है। तो यह था जवाब आपके सवाल बवासीर में चावल खाना चाहिए या नहीं का

फिटकिरी से बवासीर का इलाज

यह होने पर आप जब भी मल त्याग करने जाये तो आप धोने के पानी में एक चम्मच फिटकिरी का पाउडर मिला लिया कीजिये. सौच करने के उसी पानी से धोएं. उसके करीब आधे घंटे बाद एलोवेरा के जेल को मलद्वार पे हुए इस पर लगाइए. इस प्रक्रिया को कुछ दिन तक लगातार करिए. इससे आपका बवासीर धीरे-धीरे ठीक होने लगेगा.

केला से बवासीर का इलाज

केले के अन्दर एंटी-बैक्टीरियल और कई तरह के विटामिन भी पाए जाते हैं, जिससे हमारे शरीर को कई तरह से भरपूर लाभ मिलता है। रोजाना केले का सेवन करते रहने से हमारे शरीर में पाए जाने वाले दूषित पदार्थों को बाहर निकालना काफी आसान हो जाता है लेकिन इसकी जानकारी कर किसी को नहीं होती है।

लेकिन एक बात और भी है अगर आपको हमेशा सर्दी-जुकाम रहता है तो आपको केले का अधिक सेवन करना नहीं करना चाहिए। क्योकि केले का सेवन करने से आपका शरीर ठंडा रहता है जिसके कारण आपकी सर्दी-जुकाम और अधिक बढ़ सकती है इसलिए आपके लिए अच्छा होगा कि आप सर्दी-जुकाम के समय केले का सेवन न किया करें।केला इस को पूरी तरह से ठीक नहीं कर सकता है पर ये आपको काफी रहत डे सकता है इसके अन्दर पाए जाने वाले गुणों के कारण आपके शरीर से दूषित पदार्थों को बहार किया जा सकता है तथा इससे आपका शरीर भी काफी ठंढा रहता है.  

अंतिम शब्द

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