मल्टीमीटर कैसे चलाते हैं | How to use a Multimeter

मल्टीमीटर कैसे चलाते हैं | How to use a Multimeter – D.C. वोल्टेज, D.C. करेंट, A.C. वोल्टेज, तथा रेजिस्टेंस मापने का प्रबंधन जिस एक ही यन्त्र में हो ऐसे यन्त्र को मल्टीमीटर कहा जाता है. बाजार में विभिन्न कम्पनीयों के विभिन्न प्रकार के मल्टीमीटर है. रेडिओ टेस्टिंग के लिए SANWA-P3 मोडल मल्टीमीटर का अधिकतर प्रयोग किया जाता है. इस मीटर से A.C. करेंट का मापना संभव नहीं है.

मीटर की साथ दो लीड काली और लाल मिलती है तथा मीटर पर 15 सकिट बने होते हैं. इनमे से एक सकित कॉमन होता है. जिसमे काली लीड लगायी जाती है अन्य सकिटों में से किसी एक में लाल लीड को लगा कर भिन्न-भिन्न रेंज की D.C. वोल्टेज, D.C. करेंट, A.C. वोल्टेज, तथा रेजिस्टेंस को मापा जाता है.

मल्टीमीटर कैसे चलाते हैं | How to use a Multimeter
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मल्टीमीटर कितने प्रकार के हैं?

मीटर दो प्रकार के होते है digital multimeter और एनालॉग मल्टीमीटर इनमे कोई ज्यादा अंतर नहीं होता. digital multimeter में डिजिटल डिस्प्ले लगा होता है और एनालॉग में सुई वाली.

Multimeter से क्या क्या मापा जाता है?

  • A.C. वोल्टेज को 10 वोल्ट, 50 वोल्ट, 250 वोल्ट, 500 वोल्ट या 1000 वोल्ट की रेंज में मापा जा सकता है.
  • D.C. वोल्टेज को 10 वोल्ट, 50 वोल्ट, 250 वोल्ट, 500 वोल्ट या 1000 वोल्ट की रेंज में मापा जा सकता है.
  • D.C. करेंट को 0.25 मिली एम्पीयेर (m.A.) 10 मिली एम्पीयेर तथा 250 मिली एम्पीयेर की रेंज में मापा जा सकता है.
  • रेजिस्टेंस को 10 किलो ओम (10 KΩ) अथवा 1 मैगा ओम (1 MegΩ) की रेंज में मापा जाता है.

मल्टीमीटर से वोल्टेज कैसे नापते हैं?

मल्टीमीटर कैसे चलाते हैं | How to use a Multimeter

मीटर के डायल पर एक वक्र रेखा में 0-2-4-6-8-10 के निशान बने होतें है. इनका प्रयोग 10 वोल्ट A.C., 10 वोल्ट D.C., 10 m.A D.C. करंट, 1000 वोल्ट A.C. अथवा 1000 वोल्ट D.C. को मापने के लिए किया जाता है. 10 वोल्ट अथवा 10 m.A. तक का माप इस वक्र रेखा पर सीधे ही पढ़ा जाता है. यदि लाल लीड 1000 वोल्ट A.C. के साकिट में लगी हो तथा मीटर की सुई 4 पर रुकी हो तो मीटर 4X100=400 वोल्ट A.C. पढ़ रहा है.

डायल की दूसरी वक्र रेखा पर 0-10-20-30-40-50 के निशान बने होते है. इनका प्रयोग 50 वोल्ट अथवा 500 वोल्ट A.C. अथवा D.C. को मापने के लिए किया जाता है. लाल लाल लीड के 50 वोल्ट के साकिट में लगे होने पर वोल्टेज की माप को सीधे ही पढ़ा जा सकता है. यदि लीड 500 वोल्ट D.C. साकिट में लगी हो तथा सुई 28 पर रुकी हो तो मीटर 28X10 = 280 वोल्ट D.C. पढ़ रही है.

डायल की तीसरी वक्र रेखा पर 0-50-100-150-200-250 के निशान बने होते है. इनका प्रयोग 250 वोल्ट A.C. अथवा D.C. 0.25 m.A. D.C. करेंट अथवा 250 m.A. D.C. करेंट को मापने के लिए किया जाता है.

डायल की चौथी वक्र रेखा पर रेजिस्टेंस मापने के लिए निशान बने होते है. इसी रेखा पर एक तरफ 10KΩ रेंज को तथा दूसरी तरफ 1 MegΩ रेंज को मापा जाता है. 0 ओम का निशान मीटर पर दाहिनी ओर होता है जानकी 0 वोल्ट का निशान मीटर पर बायीं तरफ होता है.

मीटर के अंदर 1.5 वोल्ट के दो सेलों से बनी 3 वोल्ट की बैटरी लगी होती है जिसका उपयोग रेजिस्टेंस मापते समय मीटर करता है. रेजिस्टेंस मापते समय लाल तथा काली लीड को आपस में जोड़ने पर सुई 0 ओम के निशान पर आ कर रुकनी चाहिए. बैटरी कमजोर होने पर सुई का स्थान बदल जाता है. इस दोष को दूर करने के लिए मीटर पर 0 Ω Adj. नौब बनी होती है  जिसे घुमाकर सुई को 0 ओम के निशान पर लाया जाता है. 0 Ω Adj. करने के बाद मीटर से रेजिस्टेंस की सही माप पढ़ी जा सकती है.

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नोट : डिजिटल मल्टीमीटर और एनालॉग मल्टीमीटर दोनों का उपयोग एक ही तरह से किया जाता है.

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